कपड़ों से ज्यादा कुछ
महिलाओं के कपड़ों में इतिहास, राजनीति, कला यह सब शामिल है। वे क्या पहनती हैं, वे कैसे सजती हैं, वे परिधान कैसे संभालती हैं, उसका संबंध वे कैसी दिखती हैं और कैसा महसूस करती हैं के साथ है। समाज में वर्षों से नियम और परंपराएं हैं और हाल के दशकों में हमने शरीर की ऑटोनॉमी और कपड़े के पीछे गहरे अर्थ के बारे में खुले तौर बात करना शुरू कर दिया है।
हमने रैंडम रूप से चुने गए लोगों के एक समूह से पूछा कि वे महिलाओं के वस्त्रों के बारे में क्या सोचते हैं? क्या वे महिलाओं को पारंपरिक परिधानों में देखना पसंद करते हैं या पश्चिमी परिधानों में? हमेशा की तरह, वे अज्ञात योगदानदाता थे।
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अत्यधिक प्यार करने वाला बॉयफ्रैंड
मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेरी गर्लफ्रैंड क्या पहन रही है, पता है क्यों? क्योंकि वह जो भी पहन ले अद्भुत दिखती है! चाहे वह साड़ी हो, स्कर्ट हो या सिर्फ पजामा हो, वह हर बार मुझे मंत्रमुग्ध कर देती है, इसलिए मेरी कोई प्राथमिकता नहीं है।
रूढ़िवादी घर
मेरा पालन-पोषण पुराने शहर में हुआ था। क्षेत्र सुरक्षित था लेकिन बहुत रूढ़िवादी था इसलिए पश्चिमी परिधान पहनने का विकल्प ही नहीं था। मैं साड़ी और सलवार कमीज पहनकर बड़ी हुई और जहां मुझे पश्चिमी कपड़ों से कोई समस्या नहीं है, मैं व्यक्तिगत रूप से साड़ी पहनना पसंद करती हूं।
विरासत
मैं कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ती थी, इसलिए हमारा ड्रेस कोड बहुत सख्त था। बालों परफेक्ट होने चाहिए थे, स्कर्ट छोटी नहीं हो सकती थी। मुझे लगता है कि मैंने पश्चिमी कपड़े पहनकर सबसे लंबे समय तक इसके खिलाफ विद्रोह किया था। मुझे नहीं पता कि सभी पश्चिमी कपड़े रीविलिंग है या नहीं, लेकिन मेरे लिए, यह उन बड़ी संहिताओं के लिए एक ‘फक ऑफ’ था, जिनके साथ मैं बड़ी हुई थी। लेकिन फिर उसके बाद मेरी दादी एक नए घर में चली गईं और मुझे अपनी साड़ियों का एक बंडल दे दिया, जो वह नहीं पहनती थी। मुझे हमेशा से साड़ियां पसंद थीं लेकिन उन्हें मैं केवल त्यौहारों और खास मौकों पर पहनती थी। लेकिन मेरी नानी की साड़ियां मेरे लिए इतनी खास हैं कि मैं उन्हें लगभग रोज़ पहनने लगी हूँ। मैं साड़ी पहनकर क्लबों में भी गई हूँ। मुझे लगता है यह एक स्टेटमेंट के रूप में कार्य करता है। इतने सारे लोगों के मन में साड़ी के बारे में ऐसे विरोधाभासी विचार हैं और मुझे लगता है कि मैं साड़ी पहनकर उन्हें सिर्फ यह दिखा रही हूं कि यह वास्तव में सिर्फ एक परिधान है। और यह किसी भी राजनीतिक विचार से जुड़ा हुआ नहीं है।
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वह जो चाहे पहन सकती है
देखो, मुझे नहीं लगता कि मेरी कोई प्राथमिकता है, लेकिन अगर मेरी प्राथमिकता होती, तो भी मैं एक पुरुष के रूप में टिप्पणी नहीं करता। घर से बाहर शॉर्ट्स पहनने के लिए मुझे कभी डांटा नहीं किया गया है। मेरी बहन को डांटा गया है और मुझे लगता है कि यह बकवास है। बेशक आपको अवसर के अनुसार तैयार होना चाहिए, लेकिन यह हर किसी के लिए कॉमन सेंस है और मुझे लगता है कि यह अनुचित है कि महिलाओं की ही प्रमुख रूप सूक्ष्मता से जांच की जाती है। मुझे नहीं लगता कि इससे किसी का मतलब है कि महिलाओं को क्या पहनना चाहिए क्या नहीं पहनना चाहिए और यह हमें उनकी पसंद पर छोड़ देना चाहिए।
मैं बहुत लंबे समय तक साड़ी नहीं पहन सकती
मैं साड़ी में बहुत अच्छी दिखती हूँ, लेकिन मैं यह ध्यान रखते-रखते थक जाती हूँ कि मैं कपड़े में फंस न जाऊं और साड़ी खुल ना जाए। मुझे उन्हें पहनने की आदत नहीं है और पूरा अनुभव मुझे परेशान कर देता है। मैं जीन्स और कुर्ते में सबसे ज्यादा आरामदायक रहती हूं। मुझे मिक्स-मैच करना पसंद है। लेकिन साड़ी, सुंदर होने के बावजूद, परेशान करने वाली चीज़ है।
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