यह सवाल शायद हर विवाहित महिला के दिमाग में हर समय रहता है! इसलिए हम आपकी सास से निपटने के लिए आपके लिए 10 नुस्खे लाए हैं!
अपनी सास से निपटने के लिए उपाय
1. सबसे पहले, यह याद रखें कि ज़रूरी नहीं कि उनके काम चरित्र दोष हो बल्कि उनके बेटे के प्रति उनकी पज़ेसिवनेस का परिणाम हो सकता है, जो अधिकांश माताओं के लिए स्वाभाविक है।
2. हमेशा याद रखिए कि आप उसके जीवन में उसकी माँ की जगह लेने नहीं आई हैं बल्कि खुद की जगह बनाने आई हैं…आप उसकी माँ नहीं बनना चाहती, है ना?
3. आप उसके लिए जो भी करना चाहती हैं करें, लेकिन प्यार की वजह से करें, अपनी सास के साथ प्रतिस्पर्धा की भावना से नहीं।
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4. अगर वह वास्तव में मैनिपुलेटिव है, तो आपको उनके स्तर पर तक गिरने की ज़रूरत नहीं है, उसकी बजाए आप स्मार्ट गेम खेल सकती हैं।
5. अगर वह पति की अनुपस्थिति में कुछ और कहती है और उसके सामने कुछ और, तो बातों में उन चीज़ों को शामिल करने की कला सीख लीजिए, जो वह उसकी अनुपस्थिति में कहती हैं। उन्हें आरोपी बनाने वाली या फिर शिकायत की टोन इस्तेमाल ना करें; बल्कि उन बातों को कैसुअली ले आएं
6. जब निर्णय लेने की बात आए, तो पहले उनकी राय पूछें, भले ही आप यह सतही तौर पर कर रहीं हों (और यह आपके पति के सामने करें)
7. एक वयस्क की तरह बर्ताव करें
अगर आपको महसूस होता है कि वह आपको तंग कर रहीं हैं, तो याद रखिए किपरेशान करने वाला व्यक्ति और ज़्यादा शक्तिशाली हो जाता है जब आप चिढ़ते हैं। शांत रहें, दृढ़ रहें और खुद को याद दिलाएं कि यह व्यक्तिगत नहीं है। अगर आपकी जगह कोई और स्त्री भी होती, तो उसके साथ भी यही व्यवहार किया जाता; तो यह उनकी समस्या है आपकी नहीं।
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8. अपने पति के सामने आँसूओं का सहारा ना लें, क्योंकि हो सकता है ऐसा समझ लिया जाए कि आप सहानुभूति प्राप्त करने के लिए रोने का नाटक कर रही हैं। अपने दृष्टिकोण को व्यक्त करने के लिए समाधान के विकल्पों के साथ सरल और टू-द-पांईट वाक्यों का उपयोग करें। याद रखें आपका पति पंचिंग बैग नहीं है और आप उसे अपने गुस्से का निशाना नहीं बनाना चाहतीं। अगर आपको अपने गुस्से या कुंठा से मुक्ति की ज़रूरत है तो कठिन मार्ग चुनें और अकेले में रोएं।
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9. अगर आपको किसी मामले में अपनी सास की स्वीकृति की ज़रूरत है, तो इसे वयस्कों की तरह उनकी और आपके पति की उपस्थिति में एक सभ्य चर्चा के साथ कीजिए। इससे परिणाम प्राप्त होने की ज़्यादा संभावना है। आवाज़ के एक सम्मानजनक लेकिन स्पष्ट स्वर का प्रयोग करें और हर राय सुनने के लिए तैयार रहें।
10. अंत में, याद रखिए कि यह उनकी असुरक्षा है जो उनसे इस तरह का कार्य करवा रही है, और खुद से पूछिए ‘‘अगर मेरा बच्चा असुरक्षित होता, तो मैं उसे शांत करने के लिए क्या करती?’’ और फिर वही चीज़ उनके मामले में भी कीजिए। यकीन मानिये यह चमत्कारिक काम करेगा!
सास के साथ समस्याओं की वजह से घर को एक युद्धक्षेत्र में बदलने की ज़रूरत नहीं है। आपकी तरफ से थोड़ी स्पष्टता और लचीलेपन के साथ, आप ना केवल मुश्किलों से निपट सकती हैं, बल्कि स्थिति को अपने पक्ष में सुधार भी सकती हैं। शुभकामनाएँ और वापस आकर बताएं कि आपने क्या किया!