प्रश्न
मैं पिछले पाँच वर्षों से विवाहित हूँ। हम पिछले दो वर्षों से संतान प्राप्ति का प्रयास कर रहे हैं, हालांकि असफल रहे हैं। मेरी पत्नी तनावग्रस्त है और मैं भी। हमने सामाजिक कार्यों में भाग लेना बंद कर दिया है क्योंकि हमें डर है कि लोगों की नज़रों में हमारे लिए सवाल होंगे।
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दीपक कश्यप कहते हैं:
मैं आपके दर्द के प्रति सहानुभूति रखता हूँ और समझ सकता हूँ कि एक जोड़े के तौर पर आपको संतान की कितनी अधिक कामना होगी। हालांकि, ‘होना चाहिए’ जिन्हें आपने और आपकी पत्नी ने आपके विवाह में आने की अनुमति दी, उसके कारण आपका दर्द अतिरंजित पीड़ा में बदल चुका है।
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हम सबके मन में आदर्श होते हैं कि हमारे जीवन में क्या ‘होना चाहिए’, लोगों को किस प्रकार प्रतिक्रिया ‘देनी चाहिए’ और सफल कहलाने एवं सुखी महसूस करने के लिए हमें क्या क्या प्राप्त ‘करना चाहिए’। हालांकि, हमारे सर्व-ज्ञानी ना होने के कारण, हम हमारे जीवन के बारे में हमेशा सबकुछ नहीं जान सकते। चाहे हम आदर्श जीवन जीने की कितनी माँग करें और उसके लिए कार्य करें, फिर भी हमें वास्तविकता का सामना करना होगा। सबकुछ सही नहीं होने वाला।
आप स्वयं को व्यक्तिगत अथवा सामाजिक स्तर पर कम महत्त्वपूर्ण ना समझें और ना ही अपने साथी को ऐसा करने दें। संतान पैदा करना बहुत लोगों के लिए प्रतिफल के समान है किंतु उसका ना होना आपको एक व्यक्ति या पुरूष के तौर पर कम महत्त्वपूर्ण नहीं बनाता।