प्रश्नः
प्रिय मैम,
मैं एक ऐसे पुरूष से प्यार करती हूँ जो सच्चे प्यार को महत्त्व नहीं देता है। जब भी उसे लगता है कि उसे रिलेशनशिप शुरू करने के लिए एक लड़की की ज़रूरत है, वह मेरे पास आ जाता है, मेरे साथ बहुत अच्छे तरीके से बात करता है और मुझे पैंपर करता है। लेकिन कुछ दिनों बाद वह इस तरह व्यवहार करता है जैसे कि मैं उसके लिए कोई मायने नहीं रखती। उसका व्यवहार इतना कन्फ्यूजिंग है कि कभी-कभी मैं उलझन में पड़ जाती हूँ कि वह मुझसे प्यार करता है या नहीं।
कुछ दिन पहले उसने मुझसे कहा था कि मुझे उसके एक दोस्त के साथ रिलेशनशिप शुरू करना चाहिए और अगले ही दिन वह मुझे प्राथमिकता देने लगा। कल उसने मुझे एक रैप सॉन्ग भेजा…वह एक दुखद गाना था। मैं नहीं जानती कि वह मुझे छोड़ क्यों नहीं रहा है और जब भी मैं उसे छोड़ने की कोशिश करती हूँ तो वह मुझे ऐसा नहीं करने देता। मैं नहीं जानती कि मुझे क्या करना चाहिए। प्लीज़ मदद कीजिए।
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स्निग्धा मिश्रा कहती हैं:
प्रिय यंग लेडी
मैं तुम्हारे साथ बिल्कुल फ्रैंक और स्पष्ट होने वाली हूँ। ठीक है? प्लीज़ इसे अन्यथा मत लेना।
मैंने तुम्हारी समस्या को कुछ बार पढ़ा। जानती हो मैंने क्या पढ़ा ‘‘हे भगवान! मैं कितनी शक्तिहीन हूँ “। मुझ अबला को देखो। मैं नहीं जानती कि क्या करूं। यह पुरूष मुझे नियंत्रित करता है। यह पुरूष मेरा जीवन नियंत्रित करता है। वास्तव में नहीं….यह मेरा जीवन नहीं है, यह उसका जीवन है। वह जो भी चाहे वह कर सकता है। मैं एक कठपुतली हूँ। मेरा कोई नियंत्रण नहीं है। मेरा बस नहीं चलता।”
तुम्हारी बात ऐसी ही प्रतीत होती है। क्या तुम खुद से यही कहती हो?
ज़रा आँखें खोलो। खुद पर तरस खाना बंद करो। ऐसा व्यवहार करना बंद करो जैसे इस स्थिति पर या तुम्हारे जीवन पर तुम्हारा कोई नियंत्रण नहीं है। तुम एक वयस्क महिला हो। प्लीज़ अपने लिए खुद फैसला करो।
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तुम क्या चाहती हो? क्या तुम एक ऐसे पुरूष के साथ रहना चाहती हो जो तुम्हारे साथ जैसा चाहे वैसा सुलूक करे? क्या तुम्हें लगता है कि तुम्हें बेहतर चाहिए?
तुम पहले ही जानती हो कि तुम क्या चाहती हो। लेकिन चूंकि तुम खुद पर तरस खा रही हो, तो तुम्हें लगता है तुम असहाय हो और तुम्हारे पास कोई विकल्प नहीं है। लेकिन तुम्हारे पास विकल्प है।
और फिर से बता दूं, मैं यह बताने वाली कोई नहीं होती कि तुम्हें क्या करना चाहिए। तुम्हारा जीवन है तो निर्णय भी तुम्हारा ही होगा।
शुभेच्छा!
स्निग्धा