(पहचान छुपाने के लिए नाम बदल दिए गए हैं)
मैंने मेरी 18 महीने की बेटी को सुलाने के लिए चादर उढ़ाया, उसके माथे पर किस किया और मेरे चार साल के बेटे को भी, नाइट लैंप बंद किया और धीरे से बाहर निकल गई। यह एक लंबा दिन रहा, नौकरी के साथ और हमेशा उच्च ऊर्जा वाले बच्चों की देखभाल करते हुए, लेकिन फिर भी नींद नहीं आई -जैसा कि हमेशा होता है जब मैं अपने बिस्तर पर अकेली होती हूँ। घर का पुरूष यानी कि मेरा पति काम के सिलसिले में अमेरिका गया हुआ था जिसका मतलब था कि मुझे ऐसी कई रातें बितानी थीं।
मेरे सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, राक्षस मुझे डराने के लिए वापस आ चुके थे और मैं जानती थी कि लड़ना व्यर्थ था, और इसलिए मैंने अपने दिमाग को मुझे उस स्थान पर ले जाने दिया जो मुझे परेशान करता है। यह सब हाइ स्कूल में शुरू हुआ जब मैं 15 साल की थी। मेरे पिता के एक कलीग हमारे पड़ोस में रहने आ गए थे और उनका बेटा जो मेरा हम उम्र था, उसे सहज बनाने की ज़िम्मेदारी मेरे ऊपर आ गई थी। चूंकि मैं उसके बॉयिश आकर्षण और सुंदर लुक्स से पूरी तरह प्यार में डूब चुकी थी, मैं बहुत उत्साहित थी। जल्द ही, प्यार हो गया और इस तरह मेरे जीवन का पहला किशोरावस्था का प्यार शुरू हुआ। बेशक उस समय, मुझे लगता था कि मुझे मेरा सोलमेट मिल गया है और हमारे ‘हैप्पिली एवर आफ्टर’ के बारे में सोचते हुए मैंने मेरा काफी समय बिताया था। यह एक परी कथा जैसा लग रहा था – हम एक दूसरे को नोट्स लिखते थे और अपने दोस्तों के माध्यम से उन्हें भेजते थे, गुप्त डेट्स के लिए अपने घरों से बाहर निकलते थे, एमएलटीआर और ब्रायन एडेम्स हमारी भावनाओं को आत्मापूर्ण शब्द देते थे, हम झगड़ते थे, फिर मान जाते थे। हर दिन, मेरा प्यार बढ़ता जाता था और मैं हमेशा आभारी रहती थी कि मैंने अपने सपनों के साथी को पा लिया है।
हमारे साथ बिताए दो वर्षों के दौरान उसने कुछेक बार सेक्स का उल्लेख किया और मैंने उसे यह बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी कि मैं तैयार नहीं थी (उन दिनों मैं भी मानती थी कि सेक्स को महिमापूर्ण सुहागरात के लिए बचाए रखना चाहिए। यह अलग बात है कि अधिकांश नवविवाहित लोग थकावट से चूर होते हैं और रोमांस और सेक्स से ज़्यादा प्राथमिकता नींद को देते हैं। लेकिन 17 साल की उम्र में आप जानते ही क्या हैं!)।
क्लास 12 का फेयरवेल आने वाला था और हम सभी अपने प्रोफेशनल लक्ष्य पूरा करने के लिए अलग-अलग होने के विचार से ही दुखी हो रहे थे।
करण ने मुझे यह कहने के लिए कॉल किया कि उसने इस साप्ताहांत हमारे लिए कोई विशेष योजना बनाई थी।
उसके माता-पिता दूर जा रहे थे, जिसका मतलब था कि हम बोर्ड परीक्षाओं और कॉलेज में प्रवेश लेने में व्यस्त होने से पहले कुछ गुणवत्तापूर्ण समय साथ में बिता सकते थे।
मैं यह देखकर हैरान रह गई थी कि बेडरूम समेत उसका घर मोबत्तियों से सजा हुआ है। बहुत सारी मोमबत्तियों से। संगीत बज रहा था और वाइन के ग्लास में पेप्सी थी। ‘हे भगवान’ मैंने कहा। जल्द ही, वह मुझे बेडरूम में ले गया और हम कडल करने लगे। उसके हाथ हमेशा की तुलना में ज़्यादा ही भटक रहे थे और वह मेरे कपड़े उतारने लगा और वह लगातार मुझसे वादा करता रहा कि वह मेरी इच्छा के खिलाफ कुछ नहीं करेगा। मैं चीखना चाहती थी कि यह मेरी इच्छा के खिलाफ है लेकिन हिम्मत नहीं जुटा सकी। इससे पहले कि मैं कुछ समझ पाती कि क्या हो रहा है, उसने मुझे उल्टा लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गया। मैंने विरोध किया और उससे पीछे हटने को कहा, मेरी आवाज़ गुस्से में चिल्लाने और कोमलता से अनुरोध करने के बीच बदलती रही। उसने अपना हाथ मेरे मुंह पर रख दिया।
अचानक, मुझे महसूस हुआ जैसे एक कटार मेरे शरीर को चीर रही है और फिर रक्त का एक गर्म रिसाव होने लगा। दर्द और पीड़ा के बीच, मैं यह समझने की कोशिश कर रही थी कि मेरे साथ हो क्या रहा था। उसने अपना काम खत्म किया और यह कह कर हट गया कि ‘ओह, तो तुम एक वर्जिन थी।’
अगर मेरे पास एक कटार होती, तो मैंने खुशी से उसके दिल पर चला दी होती क्योंकि उसने मेरे दिल के टुकड़े कर दिए थे।
उस लड़के के 5 मिनट के मज़े ने 17 साल की लड़की के भीतर हमेशा के लिए कुछ खत्म कर दिया। इन सालों में, मैंने फिर से एक पुरूष पर भरोसा करने, उससे प्यार करने, शादी करने और अपना जीवन बनाने की हिम्मत जुटाई। लेकिन अंदर कहीं ना कहीं, उस समय से ही मेरे दिल में एक खालीपन है जब एक हार्मोनल किशोर ने मेरे दिल को छलनी कर दिया था।
(जैसा आरूषी चौधरी को बताया गया)
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