“क्या आप जानती हैं कि आपके पति का चक्कर चल रहा है?’’ टेलिफोन के दूसरे छोर पर पुरूष की एक दबी हुई आवाज़ मेरे पति के एक वरीष्ठ सहकर्मी की थी, जो एक शुभचिंतक था जिसने यह गुप्त बात मुझे बताना मुनासिब समझा, ताकि मैं अपने विवाह को बचाने के लिए उपयुक्त कदम उठा सकूं। लेकिन इस तरह के रहस्योद्घाटन, जिसपर अन्यथा एक विवाहित स्त्री पागल हो जाती, उसपर चकित होने की बजाए, मैंने राहत महसूस की। एक तरह से मैं उत्साहित थीः ‘‘ओह! तो आखिर में उन्होंने यह कर ही लिया!’’ वह व्यक्ति जिसने सोचा था कि ऐसा समाचार सुनकर मैं फोन पर रो पडूंगी, मेरे उत्साहित उत्तर और अलविदा कहने पर भौंचक्का रह गया। निश्चित ही उसने सोचा होगा कि यह समाचार सुनकर मैं पागल हो गई हूँ।
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प्यार के लिए मेरा नज़रिया
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स्वयं पागलों की तरह रोमांटिक होने के कारण, मुझे शादी के बाहर पुरूषों से प्यार हुआ है और खत्म भी हुआ है और प्यार करने में मैंने कभी शर्म महसूस नहीं की जिसे हमारा समाज ‘विवाहेतर संबंध’ कहता है। मैंने हमेशा माना है कि प्यार बहुआयामी और बहुदिशात्मक होता है। इसके विपरीत, कभी-कभी मुझे अपराधबोध भी महसूस होता था, जब मुझे अहसास हुआ कि मेरा कामकाजी पति कभी किसी स्त्री से मर्दाना या रोमांटिक तरीके से बात तक नहीं कर सकता जिससे वह उसके प्यार में पड़ जाए, ‘दूसरी स्त्री’ से भावनात्मक जुड़ाव तो दूर की बात है।
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मेरे और उसके बीच में, हमेशा से ऐसा रहा है ‘‘प्यार करने के लिए मेरे पास तीन हैं लेकिन तुम्हारे पास सिर्फ एक।” विनोदी होने के बावजूद वे बहुत शर्मीले हैं, जिन्हें गलतफहमी के कारण रोमांटिक मान लिया जाता है, लेकिन उन्हें अपने प्यार को शब्दों में बयान करना तक नहीं आता। कई बार उन्होंने मेरे बात करने के तरीके की सराहना की है और अपने संचार कौशल की कमी पर दुख जताया है। उन्होंने हमेशा मेरी सहेलियों की टोली के साथ सहज महसूस किया है, शायद यह सोचते हुए कि उनमें से कोई भी कभी उनके प्यार में नहीं पड़ेगी या फिर कॉफी या डिनर डेट के लिए उन्हें नहीं बुलाएगी, क्योंकि वे सभी मुझे इतना प्यार करती हैं कि मेरे पति को आकर्षित करने की कोशिश करने से पहले दो बार सोचेंगी। लेकिन मैं उन्हें गर्लफ्रैंड दिलाने के लिए हाथ धोकर पीछे पड़ी थी।
चलो मेरे प्रिय पति के लिए गर्लफ्रैंड ढूंढते हैं
तो, तब मैं अपने पति के लिए गर्लफ्रैंड ढूंढने निकल पड़ी। मेरी पसंद ज़ाहिर है हमारी उम्र की विवाहित स्त्रियों पर ही निश्चित थी, क्योंकि मुझे विश्वास था कि वे मेरे पति से शादी करना नहीं चाहेंगी और यह सब बस ‘अफेयर’ तक ही सीमित रहेगा। मैं अविवाहित युवा स्त्रियों से थोड़ी सावधान थी, क्योंकि मुझे डर था कि वे मेरे पति से कुछ ज़्यादा ही अनुरक्त हो़ सकती हैं, क्योंकि मेरे पति एक ऐसे पुरूष है जो किसी भी दुखभरी कहानी को धैर्यपूर्वक सुन सकते हैं और एक बहुत ही विश्वसनीय मित्र भी है। हाँ, एक तरह से मैं थोड़ी स्वार्थी भी थी और शायद किसी दूसरी औरत द्वारा अपने पति को छीन लिए जाने से डरती भी थी, वही स्त्रियों की सामान्य ईर्ष्या, हालांकि हल्की सी। फिर भी, मुझे लगा कि हमें एक साथ खड़ा होना चाहिए और उन सब लोगों का मूंह बंद कर देना चाहिए जो मुझे फूहड़ स्त्री बुलाते हैं क्योंकि मैं सरेआम बताती हूँ कि मेरे जीवन में ‘दूसरा आदमी’ है जिसे मेरे पति भी बहुत पसंद करते हैं।
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एक लड़की है
एक दिन, मेरे पति ने अंततः यह खुलासा किया कि वह एक प्यारी और उत्साही लड़की से मिले हैं और यही राग अलापते रहे कि वह एक अच्छी दोस्त है। मैं बहुत खुश थी और उन्हें प्रोत्साहित करती रही कि चीज़ों को किस तरह दोस्ती से आगे बढ़ाना है, मैंने उन्हें बताया कि उसके लिए प्रेम के संदेश लिखें और अगर उस लड़की को पसंद आएंगे तो मैं कविताएं लिखने में उनकी मदद करूंगी, या फिर उसे परफ्यूम और उसके पसंदीदा फूल भेंट करें (संयोग से मुझे उपहार में परफ्यूम और फूल प्राप्त करना पसंद है लेकिन मेरे पति मुझे उपहार में हमेशा अंगूठियां और सोना देते हैं)। खैर, वह मेरे उत्साह से हैरान रह गए थे और उन्होंने कहा कि उनकी महिला मित्र मुझसे बात करना चाहती है। ओह, तो यह बिल्कुल विपरीत था!
और फिर उस लड़की ने मुझे फोन किया
वैसे तो मैं एक आत्मविश्वासी स्त्री हूँ, लेकिन भीतर कहीं मेरी धड़कन बढ़ रही थी, वह क्या कहेगी, एक आकर्षक युवा अविवाहित स्त्री? फिर भी, मैंने अपने पति को प्रोत्साहित किया और उन्होंने कहा कि वह लड़की मुझे खुद फोन करेगी।
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और फिर वह फोन आया। मुझे पता नहीं था कि क्या प्रतिक्रिया दूँ, क्योंकि इस ‘दूसरी स्त्री ने पूछा कि क्या मैं उसके ब्वॉयफ्रैंड का परिचय किसी मीडिया वाले व्यक्ति से करा सकती हूँ, कयोंकि वह नौकरी ढूंढ रहा था। मेरे पास शब्द नहीं थे और मैं हकलाने लगी। उसने यह भी कहा, ‘‘दादा ने कहा आपके संपर्क हैं, तो क्या आप मेरे ब्वॉयफ्रैंड की मदद करेंगी, क्योंकि अन्यथा मेरे डैडी मुझे उससे शादी नहीं करने देंगे!’’ खैर, मेरे पति ऐसे ही हैं, और उसके और उसके ब्वॉयफ्रैंड के बीच सब ठीक करने के लिए वह इस सुंदर लड़की से जितनी ज़्यादा बातें करने लगे, उनके सहकर्मियों ने सोचा कि उनका चक्कर चल रहा था और मैं भी उत्साहित थी कि अंततः उन्हें एक लड़की मिल ही गई!
दुखद सत्य
विडंबना यह थी की भरी दुपहरी में मेरे पति के फोन कॉल्स, जो पूरे ऑफिस की चर्चा का विषय थे, वह और किसी को नहीं बल्कि मुझे किए जाते थे। इसलिए, अपने पति के लिए गर्लफ्रैंड ढूंढने की मैं जितनी ज़्यादा कोशिश करती थी, उतना ज़्यादा वो मेरे करीब आ जाते थे, वैसे ही जैसे अपनी माँ को खोने के डर से एक बच्चा अपनी माँ के पास आता है। इस प्रकार अपने पति के लिए गर्लफ्रैंड ढूंढना एक पूरी तरह विफल प्रयास था!